एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी, आधी रात से नई कीमतें होगी लागू LPG Price Hike

LPG Price Hike : केंद्र सरकार ने एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है। यह बढ़ोतरी 8 अप्रैल 2025 से लागू होगी। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसकी जानकारी दी। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब आम आदमी पहले से ही महंगाई की मार झेल रहा है।
सरकार की तरफ से यह स्पष्ट किया गया है कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के अंतर्गत मिलने वाले रियायती सिलेंडर की कीमत अब 500 रुपये से बढ़ाकर 550 रुपये कर दी गई है। यह योजना ग्रामीण और गरीब परिवारों को सस्ती गैस सुविधा देने के उद्देश्य से शुरू की गई थी, लेकिन अब इस बढ़ोतरी से उनपर भी असर पड़ेगा।
जो उपभोक्ता सरकार की योजना के लाभार्थी नहीं हैं, उन्हें अब और ज्यादा कीमत चुकानी होगी। पहले इन्हें 803 रुपये में गैस सिलेंडर मिलता था, लेकिन अब यही सिलेंडर 853 रुपये में मिलेगा। यानी 50 रुपये की सीधी बढ़ोतरी। इस बढ़े हुए दाम का असर सीधे घरेलू बजट पर देखने को मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि इस बढ़ोतरी का एक बड़ा कारण तेल विपणन कंपनियों (OMCs) को हो रहे घाटे की भरपाई करना है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में गैस की कीमतों में लगातार बदलाव के कारण कंपनियों को लगभग 43,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अब इसी नुकसान को कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
इससे पहले केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में भी इजाफा किया था। हालांकि सरकार का दावा है कि इसका सीधा बोझ आम उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा। हरदीप पुरी ने कहा कि एक्साइज ड्यूटी में यह बढ़ोतरी सरकार द्वारा ऑयल कंपनियों को राहत देने के लिए की गई है, ताकि वे अपना घाटा पूरा कर सकें।
मंत्री ने कहा कि एलपीजी और पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों की समीक्षा हर 2-3 हफ्ते में की जाती है। यानी अगर आने वाले समय में कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता आती है या गिरावट होती है, तो एलपीजी के दामों में फिर से बदलाव हो सकता है। फिलहाल के लिए यह बढ़ोतरी स्थायी नहीं कही जा सकती, लेकिन इसका असर जनता की जेब पर तुरंत देखने को मिलेगा।
महंगाई पहले से ही आम लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही है। सब्जियां, फल, दूध और अन्य जरूरी चीजों के दाम पहले ही बढ़े हुए हैं। अब एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी ने घरेलू बजट को और भी बिगाड़ दिया है। खासतौर पर मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के लोग इस फैसले से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।
एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में इस अचानक बढ़ोतरी पर विपक्षी पार्टियों ने भी सरकार को घेरा है। कांग्रेस और अन्य दलों ने इस फैसले को गरीब विरोधी बताया है। उनका कहना है कि सरकार जनता को राहत देने की बजाय बोझ बढ़ा रही है। आने वाले समय में यह मुद्दा राजनीतिक रूप से भी गरमाने की संभावना है।
हरदीप पुरी ने यह जरूर कहा है कि कीमतों की समय-समय पर समीक्षा होती रहती है। ऐसे में यह उम्मीद की जा सकती है कि अगर बाजार में स्थिति ठीक रहती है, तो भविष्य में एलपीजी के दामों में फिर से कटौती की जा सकती है। लेकिन फिलहाल जो भी बढ़ोतरी हुई है, वह आम उपभोक्ता के लिए एक बड़ा झटका है।